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मात पिता में दिखता मुझको पूरा भारतवर्ष

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माता पिता को समर्पित एक कविता.... उठे शीश तो बने हिमालय,खुले जो दिल का द्वार, बन जाये इतना गहरा, जैसे खाड़ी बंगाल! अपनी माँ,माँ सरस्वती में तनिक दिखा ना भेद, उनसे वो सब ज्ञान मिला है,जो देता ऋग्वेद! हमने पिता में ही अपने ब्रह्मा ,विष्णु को देखा है, जिसने खींची मेरे हाथों में जीवन की रेखा है। हिन्द महासागर हाथों में,माथे पर ध्रुव तारा, निर्मल वाणी में दिखी मुझे गंगा की अविरल धारा। समृद्धि तो ऐसी जैसे हरियाणा पंजाब, प्रेम तो निर्छल ऐसे जैसे संगम इलाहाबाद। वृंदा बन की कुसुम लता सा आंखों में उत्कर्ष, मात -पिता में दिखता मुझको पूरा भारतवर्ष। मात-पिता में दिखता मुझको पूरा भारतवर्ष।              स्वरचित---हेमन्त राय...

अमरनाथ हमला....

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यह हमला है नही महज़  शिवभक्तों के भारी बस पर, यह हमला है भारत माँ के पावन अक्षुण अस्मत पर, यह हमला है लोकतंत्र के प्रबल प्रवर्तक भारत पर, यह हमला है दिल्ली वाली  वृत्ताकार इमारत पर, यह हमला है भारत के गरिमामय श्रेष्ठ सिंहासन पर, यह हमला है मोदी के अंगार उगलते भाषण पर, यह हमला है शिवभक्तो पर, शिव पर,शिव की महिमा पर, यह हमला है भारत माता के  आंचल की गरिमा पर, यह हमला है काश्मीर के स्वर्ण समेकित धूल पर, यह हमला है शिवशंकर  के डमरू और त्रिशूल पर!       स्वरचित-   हेमन्त राय...!

यह हमला है शिवशंकर के डमरू और त्रिशूल पर...

यह हमला है नही महज़ शिवभक्तों के भारी बस पर, यह हमला है भारत माँ के पावन अक्षुण अस्मत पर, यह हमला है लोकतंत्र के प्रबल प्रवर्तक भारत पर, यह हमला है दिल्ली वाली वृत्ताकार इमारत पर, यह हमला है भारत के गरिमामय श्रेष्ठ सिंहासन पर, यह हमला है मोदी के अंगार उगलते भाषण पर, यह हमला है शिवभक्तो पर,शिव पर,शिव की महिमा पर, यह हमला है भारत माता के आंचल की गरिमा पर, यह हमला है काश्मीर के स्वर्ण समेकित धूल पर, यह हमला है शिवशंकर के डमरू और त्रिशूल पर!         स्वरचित-   हेमन्त राय...!

Why petrole diesel and wine is not included in GST

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शनिवार से लागू होने वाले गुड्स एंड सर्विस टैक्स से केंद्र सरकार ने पांच चीजों को इसके दायरे से बाहर रखा है। इनमें सभी प्रकार की शराब, पेट्रोल,डीजल, हवाई यात्रा के लिए इस्तेमाल होने वाले एविएशन फ्यूल और बिजली शामिल है। इनको जीएसटी से बाहर रखने की सबसे बड़ी वजह है कि केंद्र और राज्य सरकार को सबसे ज्यादा कमाई इन्हीं से होती है।  पेट्रोल-डीजल पर अभी वैट और अन्य टैक्स मिलाकर के 57 फीसदी टैक्स लगता है। अगर इनको 28 फीसदी के स्लैब में रखा तो केंद्र, राज्य की कमाई पर काफी असर पड़ेगा। इसलिए फिलहाल इनको जीएसटी के दायरे से बाहर रखा गया है। हालांकि पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा है कि आगे आने वाले वक्त में पेट्रोल-डीजल को जीएसटी में शामिल किया जाएगा, जब केंद्र और राज्य की कमाई सही तरीके से होने लगेगी और अपनी कमाई के लिए पेट्रोल-डीजल पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा।  जीएसटी के बाद बढ़ जाएंगे शराब के दाम जुलाई से शराब के दाम बढ़ जाएंगे। यह एक और ऐसी कमोडिटी है जिसको बेचने पर सरकार को दूसरे नंबर पर सबसे ज्यादा कमाई होती है। जीएसटी काउंसिल पर राज्यों के वित्तमंत्रियों ने इसको भी जीएसटी के दायरे